कमलनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुआ पत्रकार कोरोना पॉजिटिव, पूर्व मुख्यमंत्री आइसोलेट हुए 

कमलनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुआ पत्रकार कोरोना पॉजिटिव, पूर्व मुख्यमंत्री आइसोलेट हुए 


भोपाल (एजेंसी)। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बुधवार को कोरोनावायरसके संक्रमणका दूसरा मामला सामने आया। रविवार को प्रोफेसर कालोनी में पॉजिटिव मिली लड़की के पिता में भी संक्रमण की पष्टिहई है। लड़की के पिता पत्रकार हैं। वे 20 मार्च को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए थे। इसमें कमलनाथ ने इस्तीफे का ऐलान किया था। पत्रकार में संक्रमण सामने आने पर कमलनाथने भी खुद को आइसोलेट कर लिया है। मध्य प्रदेश के 6 जिलों में संक्रमण पहुंच चुका है। अब तक जबलपुर में 6, इंदौर में 4, भोपाल में 2, उज्जैन, ग्वालियर और शिवपुरी में एक-एक पॉजिटिव केस मिल चुका है। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना के मरीजों कीसंख्या 15 हो गई है। एक्शन प्लान-पांच विशेषज्ञ डॉक्टरों की युनिट, हफ्तेभर डयटी हमीदिया अस्पताल अधीक्षक डॉ. एके श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना मरीजों का इलाज करने के लिए तीन यूनिट बनाई गई हैं। प्रत्येक यूनिट में पल्मोनोलॉजिस्ट, मेडिसिन, पीडियाट्रिक, ईएनटी और एनीस्थीसिया विशेषज्ञ डॉक्टर ड्यूटी करेंगे। यूनिट में ड्यूटी करने वाले डॉक्टर एक सप्ताह तक मरीजों का इलाज करेंगे। इन्हें एक सप्ताह की ड्यूटी खत्म होने के बाद 14 दिन के लिए क्वारैंटाइन सेंटर में भेजा जाएगा। इसकी वजहमरीज का इलाज करने वाले डॉक्टर्स, पैरामेडिकल, नर्सिंगस्टॉफकोमरीजों का इलाज करने के दौरान सबसे ज्यादा संक्रमण होने का खतरा होता है। इंदौर में अब तक 222 लोगहाम क्वारटाइन स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को 21 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। इनमें से इंदौर से 13 और आसपास के जिलों के 8 सैंपल हैं। एमजीएम मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब में इनकी जांच की गई। इंदौर में 222 लोगहोम कारैंटाइन है। इनमें से 14 की रिपोर्ट आना बाकी है। वहीं,162 लोग ठीक हो गए। भोपाल के हमीदिया अस्पताल में 600 बेड रिजर्व रखे गए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आला अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जहां से विदेशी मेहमान लौटे हैं, ऐसे सभी राष्ट्रीय उद्यानों, पर्यटन क्षेत्रों की सघन जांच की जाए।निजी अस्पतालों में उपलब्ध मेडिकल अमले काभी उपयोग करें।दूसरी ओर, प्रशासन ने भोपाल के हमीदिया अस्पताल को खाली कराने के आदेश दिए हैं। इसमें 600 बैड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व हैं। अन्य 200 बेड पर अभी मरीज हैं, जिन्हें दो दिन में कहीं और शिफ्ट कर दिया जाएगा। इसके अलावा इंदौर,ग्वालियर, जबलपुर, सागर और रीवा मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों को महामारी के इलाज कासेंटर बनाया जाएगा।